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हल्द्वानी में साहित्य पर्व का आयोजन

प्रकाशित तिथि : 16/04/2018
हल्द्वानी में साहित्य पर्व

हल्द्वानी  15 अप्रैल  2018 (सूचना)-  कुमाऊं के प्रवेश द्वार हल्द्वानी मे पहली बार साहित्य पर्व (लिटरेचर फैस्टिवल) का आयोजन किया गया। जिसका शुंभारम्भ सूबे के वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री श्री प्रकाश पंत द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर लगाई गयी आर्ट गैलरी एवं ख्यातिलब्ध लेखकों एवं कवियों द्वारा लिखित एवं रचित पुस्तकों की प्रदर्शनी का भी श्री पंत द्वारा अवलोकन किया गया और इस आयोजन की प्रशंसा भी की गई।

आयोजन के प्रथम उद्घाटन सत्र में मौजूद साहित्यकारों, गणमान्य नागरिकों, कला एवं साहित्य प्रेमियो को सम्बोधित करते हुये वित्तमंत्री श्री पंत ने कहा कि साहित्य एवं कविता हमें ईश्वर से जोडते हैं। हमारे द्वारा सृजित साहित्य लेखन जहां हमें आत्म शान्ति, आत्म विश्वास एवं लोकप्रियता प्रदान करते है वही समाज के पथ प्रदर्शक का कार्य भी करते है। यूं तो दुनिया के हर देश मे महान साहित्यकार एवं लेखक हुये है लेकिन भारत के साहित्यकारों लेखकों एव कवियों का भी विशेष मुकाम एवं सम्मान है। श्री पंत ने अपना युवावस्था का स्मरण करते हुये बताया कि उनके द्वारा राजनैतिक क्षेत्र मे पदार्पण करने से पूर्व अनेकोें कहानियों, कवितायंे एवं साहित्यिक पुस्तकें लिखी है। दर्शकों को उन्होने अपनी कई कविताये एवं कहानियां भी सुनाई।

अपने सम्बोधन में श्री पंत ने कहा कि संवेदनशीलता साहित्य सृजन का आधार है। जीवन के झंझाबातों, समस्याओं एवं दुखों से साक्षात्कार करने के बाद ही शब्दों का जन्म होता है और इससे कविता और साहित्य जन्म लेता है। लेखन व साहित्य आलोकिक है जो हमे ईश्वर से जोडता है उन्होने बताया कि उत्तराखण्ड की कुमाऊंनी एव गढवाली भाषाओ को लिपिबद्ध करने के लिए भाषा संस्थान का गठन किया गया है इसके साथ ही प्रदेश सरकार हिन्दी अकादमी, उर्दू अकादमी, पंजाबी अकादमी तथा लोक भाषा अकादमी का भी गठन करने जा रही है। जिसके माध्यम से प्रदेश के लेखको एवं कवियों द्वारा लिखित पुस्तको का प्रकाशन एव बिक्री की जायेगी। इसके साथ ही कवियों व लेखको को उनके प्रकाशनों पर आकर्षक रायल्टी दी जायेगी। उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार कवियों लेखकों के लेखन को राष्ट्रीय एवं विश्व स्तर पर मंच भी प्रदान करेगी। इस आयोजन के लिए उन्होने आयोजको को शुभकामनायंे भी दी।

कार्यक्रम में टीवी पत्रकार दिनेश मानसेरा द्वारा लिखित मंगली-एक    पटकथा, का विमोचन किया गया। कार्यक्रम मे जानकारी देते हुये वरिष्ठ पत्रकार दिनेश मानसेरा ने बताया कि उनके द्वारा साहित्य के क्षेत्र मे यह प्रयास निश्चय ही विस्तार लेगा। श्री मानसेरा ने बताया कि इसी माह विशाल पुस्तक मेले का आयोजन बुक ट्रस्ट आॅफ इण्डिया द्वारा हल्द्वानी मे किया जायेगा। एक दिवसीय कार्यक्रम मंे शासकीय और साहित्य लेखन बातें उपन्यासकारों की तथा मीडिया से गायब होता साहित्य विषयों पर लेखकों एवं बुद्धिजीवियों द्वारा परिचर्चा की गई।

कार्यक्रम में बतौर अतिथि प्रशासनिक अधिकारी एवं लेखक डा0 रणवीर सिह चैहान, ललित मोहन रयाल, अमित श्रीवास्तव के अलावा लेखक एवं उपन्यासकार गीता श्री, प्रतिपाल कौर, विजय त्रिवेदी, विनीत कुमार, अतुल सिन्हा, हृदयेश जोशी, सोनाली मिश्रा, टीवी एंकर रिचा अनिरूद्व, अभिसार शर्मा प्रकाश हरर्बोला,मनोज पाठक,गुरवीन चडडा, मनीष मेहता, मनमोहन जोशी, तनुजा जोशी, प्रमोद शाह, अवनीश राजपाल, आलोक सिह, वरूण अग्रवाल, दिनेश पाण्डे, संजीव भगत, शिखर आहूजा, अतुल बरतरिया, डा0 संजय ढिगरा, डा0 पंकज साह, नीरज वत्स, शैलेन्द्र कनवाल, आलोक सिह, राजीव वाही, राहुल वाष्र्णेय, डा0 शैलेन्द्र सिह, रणधीर अरोरा,उमंग वासुदेवा, पंकज गुम्बर, संचित सेठी के अलावा बडी संख्या में लेखक, साहित्यकार,उपन्यासकार, प्रबुद्धजन एवं मीडिया के लोग उपस्थित थे।